IIT पासआउट ट्रैफिक SP बदलेंगे पटना की ट्रैफिक व्यवस्था: दशहरा में ही दिखेगा बदलाव, दैनिक भास्कर ने ट्रैफिक एसपी अपराजित लोहन से की विशेष बातचीत – Patna News
अपराजित लोहान 2019 बैच के IPS अफसर हैं। बिहार में पहली पोस्टिंग कहगांव में बतौर SHO के रूप में हुई। इसके बाद बाढ़ में बतौर ASP तैनात किए गए। सितंबर 2024 में उन्हें पटना का ट्रैफिक SP बनाया गया।
राजद के नेताओं की गाड़ियों का चालान काटकर चर्चा में आए पटना के ट्रैफिक एसपी अपराजित लोहन कहते हैं, वह शहर की यातायात व्यवस्था पूरी तरह से बदल देंगे। वह पटना को लेकर ऐसा प्लान कर रहे हैं, जिससे जाम की समस्या का हमेशा के लिए समाधान हो जाएगा। फेस्टिवल सी
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नेताओं की गाड़ियों का चालान काटकर चर्चा में आए
अपराजित लोहान 2019 बैच के IPS अफसर हैं। बिहार में पहली पोस्टिंग कहगांव में बतौर SHO के रूप में हुई। इसके बाद बाढ़ में बतौर ASP तैनात किए गए। सितंबर 2024 में उन्हें पटना का ट्रैफिक SP बनाया गया। तैनाती के बाद ही वह 19 सितंबर को RJD कार्यालय के बाहर वीर चंद पटेल पथ पर नो पार्किंग जोन में खड़ी पार्टी नेताओं की गाड़ियों का चालान कटवा दिया। इस घटना के बाद वह आम लोगों के साथ पॉलिटिकल पार्टियों के बीच भी चर्चा में आ गए। भाजपा के कार्यक्रम के दौरान तो आरजेडी ने ट्रैफिक एसपी से ही सवाल कर दिया था कि सत्ता पक्ष के नेताओं की गाड़ियों का चालान क्यों नहीं हुआ।
19 सितंबर को RJD कार्यालय के बाहर वीर चंद पटेल पथ पर नो पार्किंग जोन में खड़ी पार्टी नेताओं की गाड़ियों का चालान कटवा दिया। इस घटना के बाद वह आम लोगों के साथ पॉलिटिकल पार्टियों के बीच भी चर्चा में आ गए।
दशहरा में बदल जाएगी शहर की ट्रैफिक व्यवस्था
पटना शहर में ट्रैफिक कंट्रोल को लेकर दैनिक भास्कर ने ट्रैफिक एसपी से पूरा प्लान समझा। त्योहार के समय इसे कैसे कंट्रोल करेंगे। नियम तोड़ने वालों पर किस तरह की कार्रवाई की जाएगी।
जानिए भास्कर के सवाल पर शहर के ट्रैफिक एसपी का जवाब।
ट्रैफिक रेगुलेशन को लेकर क्या तैयारी है?
ऑल रेडी ICCC कैमरे पहले से फिट हैं। ऑटोमेटिक चालान का प्रोसेस काफी पहले से चल रहा है। अवेयरनेस को लेकर काम किया जा रहा है। लोगों की सुविधा को ध्यान में रखकर काम किया जा रहा है। मेरा उद्देश्य तंग करना या आर्थिक नुकसान पहुंचाना नहीं है। बस हमारा उद्वेश्य बदलाव लाना है।
अभी किस तरह की चुनौतियां सामने आ रही है?
चुनौती तो बहुत तरह की है। ट्रैफिक, केवल ट्रैफिक पुलिस के कंट्रोल में नहीं है। उसके अंदर काफी मल्टिपल डिपार्टमेंट इन्वॉल्वड हैं। नगर निगम, आरसीडी, जिला प्रशासन के डिपार्टमेंट भी इसमें शामिल हैं। सभी जगहों से समन्वय स्थापित करने के बाद ही कोई एक्शन लॉन्ग टर्म, लॉन्ग लास्टिंग होता है। मैं खुद पटना जंक्शन पर गया था तो इंक्रोचमेंट दिखा, वहां की सड़क को इससे मुक्त कराया गया, लेकिन फिर वह वापस आ गए। इसलिए हम अलग-अलग डिपार्टमेंट के साथ मीटिंग कर रहे हैं। आरपीएफ, जीआरपी को भी बुलाया था। पटना जंक्शन पर 3 एंट्री प्वाइंट है, जबकि एग्जिट प्वाइंट सिर्फ एक है। इसी कारण अंदर तो आदमी आ जाता है, जब एग्जिट करने लगता है तो जाम लग जाता है।
शहर के अंदर ऑटो लिफ्टर गैंग काफी सक्रिय हैं, इससे निपटने की क्या तैयारी है?
जब मैं एएसपी बाढ़ था, उस समय वहां पर भी ऑटो लिफ्टर गैंग काफी सक्रिय था। उस समय भी मैंने दो तीन गैंग को नालंदा और अन्य जगहों से अरेस्ट कराया था। यहां जो मेरे बैचमेट्स हैं, उनके साथ मिलकर इस दिशा में काम करेंगे। ऑटो परमिट देने में भी इस चीज का ख्याल रखा जा रहा है। कैबिनेट से भी एक रेजुलेशन पास होने के बहुत करीब है। जिसके अंदर जो ऑटो के परमिट हैं, कलर कोडेड हो जाएंगे। उन्हें एक जोन दिया जाएगा। एक रूट दिया जाएगा। उसके बाहर ऑटो नहीं जाएंगे। इससे क्रिमिनल एक्टिविटी में काफी हद तक बहुत सुधार आएगा।
ट्रैफिक SP बोलें- मैं खुद पटना जंक्शन पर गया था तो इंक्रोचमेंट दिखा, वहां की सड़क को इससे मुक्त कराया गया, लेकिन फिर वह वापस आ गए। इसलिए हम अलग-अलग डिपार्टमेंट के साथ मीटिंग कर रहे हैं।
वन वे का ट्रायल किया गया है। अन्य जगहों पर भी इस तरह का ट्रायल किया जाएगा?
हमारा सर्वे लगातार जारी रहेगा। 30 चेक पॉइंट्स का सर्वे किया है। धीरे धीरे करके और भी कर रहे हैं। एक मेजर प्वाइंट सिटी सेंटर और होटल ताजा वाला रास्ता था। उसके पहले जो हाफ वे है, वो ऑल रेडी वन वे था। इसके आगे पुलिस लाइन तक मैंने भीड़-भाड़ वाले दिन संडे को ट्रायल कराया। इस ट्रायल के दौरान लोगों का भी सहयोग मिला। रिस्पॉन्स काफी अच्छा रहा। आने वाले दिनों में जरूरत के अनुसार किया जाएगा।
बचपन से ही था कुछ बड़ा करने का सपना
पटना ट्रैफिक एसपी अपराजित लोहन को बचपन से ही बड़ा बनने का सपना था। हरियाणा नारनौंद के रहने वाले लोहान ने वर्ष 2019 में यूपीएससी की परीक्षा पास की थी। उनकी उम्र उस वक्त 23 वर्ष थी। ऑल ओवर इंडिया में उन्होंने 174वां रैंक हासिल किया था। पिता सुरेश लोहान पेशे से वकील हैं और मां कमला लोहान गृहणी हैं। अपराजित लोहान की बड़ी बहन अपराजिता लोहान भी पेशे से डॉक्टर हैं। नेत्र सर्जन हैं। आईआईटी मुंबई से मेकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले अपराजित 25 लाख का पैकेज छोड़कर इस नौकरी में आए थे।बचपन से ही अपनी बड़ी बहन को रोल मॉडल मानते हैं।
हरियाणा नारनौंद के रहने वाले लोहान ने वर्ष 2019 में यूपीएससी की परीक्षा पास की थी। उनकी उम्र उस वक्त 23 वर्ष थी। ऑल ओवर इंडिया में उन्होंने 174वां रैंक हासिल किया था। पिता सुरेश लोहान पेशे से वकील हैं और मां कमला लोहान गृहणी हैं। अपराजित लोहान की बड़ी बहन अपराजिता लोहान भी पेशे से डॉक्टर हैं।
परिवार से मिला मोटिवेशन
कई इंटरव्यू में अपराजित लोहान ने बताया है कि परिवार से उन्हें सबसे अधिक मोटिवेशन मिला। मामा राजपाल नैन ने परीक्षा पास करने पर 100 रुपए के नोट गिफ्ट किए थे, जिसे अपराजित ने अपनी स्टडी रूम में चिपका दिया। ताकि मोटिवेशन मिलता रहे। सफलता का क्रेडिट मम्मी पापा, बहन को भी देते हैं।
सोशल मीडिया में छाए हैं अपराजित
पढ़ाई के समय में सोशल मीडिया और मोबाइल से दूर रहने वाले आईपीएस अपराजित लोहान अब सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं। इंस्टाग्राम अकाउंट पर 95 हजार से भी अधिक फ्लोवर हैं। बहुत कम उम्र के अपराजित लोहान ने 10वीं सीबीएसई बोर्ड से वर्ष 2012 में पूरी की है। इसी तरह 12वीं सेंट फ्रांसिस जेवियर स्कूल से वर्ष 2014 में पूरी की। लोहान एक भाई और एक बहन हैं। दोनों भाई बहन बचपन से ही अपने-अपने स्कूल के क्लास में टॉपर रहे हैं।
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